शुक्रवार, 30 मई 2008

सत्‍यमेव जयते

लगातार झूठ बोलने से सत्‍य मिथ्‍या नहीं होता, सत्‍य के धुंधले होने का केवल आभास होता है अंत में सत्‍य ही विजयी होता है संकलित

कोई टिप्पणी नहीं: