आलस्यो हि मनुष्यांणां महारिपु:
आलस्य ही मनुष्य का महाशत्रु है – चाणक्य
तुलसी मीठे वचन सों, सुख उपजत चहुँ ओर ।
वशीकरन एक मंत्र है तजि दे वचन कठोर ।।
तुलसीदास जी कहते हैं, कि मधुर वाणी से चारों ओर सुख बढ़ता है और लोकप्रियता बढ़ती है । कठोर वाणी का त्याग करना ही सबसे बड़ा वशीकरण मंत्र है । - संकलित
1 टिप्पणी:
उत्तम और उपयोगी विचार...।
एक टिप्पणी भेजें