खेती , पाती , विनती और घोड़े की तंग ।
अपने ही हाथ संवारिये, चाहे लाख लोग हों संग ।।
खेती , पत्र व्यवहार ( पत्र लिखना और पत्र पढ़ना ) , प्रार्थना ( निवेदन आदि) , सवारी ( घोड़े, बाइक, कार , हवाई जहाज कुछ भी हो ) अपने ही हाथ से खुद ही चेक करके उसके बाद ही उसकी सवारी करना चाहिये , चाहे भले ही लाखों लोग आपने इसी काम के लिये रखे हों , मगर ये चीजें किसी अन्य से कतई नहीं करवाना चाहिये ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें