राजा राज्य से होता है, राज्य राज (रहस्य) संधारण से होता है, जिस राज्य के राज (रहस्य) राज नहीं रहते, वह राज्य शीघ्र ही नष्ट हो जाता है, राजा राज्य और राज तभी तक सुरक्षित रहते हैं जब तक राजा के राज सिर्फ राजा तक रहें, जिस राजा के राज आम होकर गलियों तक पहुँच जायें उसके राज्य का भेदन उतना ही सहज व राज्य पर नियंत्रण आसान होता है, अत: राजा को चाहिये समस्त भेदों को सुरक्षित रखे – चाणक्य नीति
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2 वर्ष पहले
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