गुरुवार, 5 जून 2008

दूध का दूध और पानी का पानी

चरन चोंच लोचन रंग्‍यो, चले मराली चाल ।

क्षीर नीर विवरन समय बक उघरत तेहि काल ।।

पैरों, चोंच और ऑंखों को रंगने से (मेक अप करने से) तथा हंस की मतवाली चाल चलने से भी बगुला कभी हंस नहीं बन सकता । जब दूध का दूध और पानी का पानी करने की बात आती है तो बगुले की पोल खुल जाती है । (हंस दूध और पानी मिला होने पर उसमें से दूध अलग कर देता है और पानी अलग) संकलित

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