मन, वाचा और कर्म से अर्थात मनुष्य मन से वाणी से और शरीर के कर्म से तीन प्रकार के यज्ञ, दान, तप , ज्ञान , कर्मादि करता हैं । सतोगुणी, रजोगुणी और तमोगुणी । यह सब ही तीन प्रकार के होते हैं अत: इन सबकी उत्तमता व निकृष्टता इनके गुणों भेद से बदल जाती है - भगवान श्री कृष्ण , श्रीमद्भगवद गीता
प्रोबोनो एडवोकेट द्वारा म.प्र. पुलिस हेडक्वार्टर में साइबर क्राइम , गुडागर्दी और पुलिस केस डायरी गायब होने की दर्ज कराई इत्तला
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प्रोबोनो एडवोकेट नरेन्द्र सिंह तोमर ने भारत सरकार की ओर से म. प्र. पुलिस के
डी. जी. पी. के सायबर सेल में दर्ज कराई एफ. आई. आर. और एडिशनल इत्तलायें दीं.
माम...
4 सप्ताह पहले