सोमवार, 4 अगस्त 2008

काम, क्रोध और लोभ तीन नरक के द्वार

त्रिविधं नरकस्‍येदं द्वारं नाशनमात्‍मन: ।

काम: क्रोधस्‍तथा लोभस्‍तस्‍मादेतत्‍त्रयं त्‍यजेत् ।।

काम, क्रोध तथा लोभ ये तीन प्रकार के नरक के द्वार , आत्‍मा का नाश करने वाले अर्थात उसको अधोगति में ले जाने वाले हैं । अतएव इन तीनों का त्‍याग कर देना चाहिये । - श्रीमद्भगवद्गीता अध्‍याय 17 श्र्लोक 21

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