शुक्रवार, 18 जुलाई 2008

समय पर ही होते हैं कार्य, धैर्य धारण करना चाहिये

समय पाय तरूवर फलें, केतक सींचो नीर ।

कारज धीरें होत हैं, काहे होत अधीर ।।

समय पाकर अर्थात समय पूरा हो जाने के बाद ही वृक्ष फल देते हैं, चाहे उनकी कितनी भी सिंचाई क्‍यों न की जाये । इसी प्रकार हर कार्य अपनी प्रक्रिया व समय पूरा हो जाने के बाद ही पूर्ण होता है, इसलिये मनुष्‍य को धैर्य नहीं खोना चाहिये और समय पूर्ण होने तक निश्चिंत होकर प्रतीक्षा करना चाहिये । - संकलित (हिन्‍दी का प्रसिद्ध दोहा)