रविवार, 13 अप्रैल 2008

पंच विकार कौन से हैं

काम बुद्धि का हरण करता है, क्रोध विवेक का हरण करता है, अहंकार यश व प्रभाव का हरण करता है, मद लोकप्रियता का हरण करता है, लोभ स्‍वतंत्रता का हरण करता है, मोह राज्‍य व लोक का हरण कर लेता है, जिसमें इन पॉंचो की ही उपस्थिति हो उसका तो कहना ही क्‍या पतन सुनिश्चित तो है ही उसे इस लोक तो क्‍या पाताल में भी स्‍थान नहीं मिलता श्रीमद्भगवद

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